( डाँ0 संजय शुक्ला )
वर्ष 2005-2006 से संचालित यह महावि़द्यालय सशक्त भारत को निर्माण में अपने महत्वपूर्ण योगदान को सुनिश्चित करा रहा है।
अपनें संकायगत विस्तार के कारण यह महावि़द्यालय सिद्वार्थ वि0वि0कपिलवस्तु सिद्वार्थनगर से सम्बद्व समस्त महावि़द्यालयों में एक महत्वपूर्ण महाविद्यालय है।
यहाँ कला संकाय, विज्ञान संकाय,वाणिज्य संकाय के साथ बी0एड् की कक्षायें भी संचालित है।
अत्याधुनिक सुविधाओं, योग्य, अनुभवी अध्यापकों के मार्गदर्शन एंव संस्थापक मा. श्री अमर मणि त्रिपाठी एंव प्रबन्धक एंव प्रबन्धक श्री अजीत मणि त्रिपाठी के इस पवित्र विचार को जिसमें सबके लिये उच्च शिक्षा को पूर्णतया क्रियान्वित करने के लिये संकल्पबद्व है।
इस हेतु संस्थापक महोदय के द्वारा श्रृखलाबद्व गम्भीर प्रयास इस परिक्षेत्र के समक्ष है, निःसंदेह राजीव गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, नौतनवां राजीव गांधी कालेज ऑफ फार्मेसी, नौतनवां इसके प्रमाण है इन संस्थानों से शिक्षा अर्जित कर हमारे विद्यार्थी सबल भारत के निर्माण में अपना योगदान प्रदान कर रहे है।
इस महाविद्यालय का बी0एड् पाठ्यक्रम यश कीर्ति मे निः सदेंह वृद्वि कर रहा है इसीलिये हम कह सकने मे समर्थ हो रहे है कि महाविद्यालय का शिक्षक - प्रशिक्षण (बी. एड्) विभाग विश्वविद्यालय क ेअब तक के सभी शिक्षक - प्रशिक्षण संस्थाओं से भी विशेष साज - सज्जा एंव योग्यतम विभागाध्यक्ष की देख - रेख मे सुयोग्य प्राध्यापक बन्धु जो अपनें -अपनें विद्या मे विशिष्टता लिये हुये है, से युक्त है। मेरी शुभकामना है कि बी.एड् विभाग अपने आसमान का धु्रव तारा बन सकें।
इस परिक्षेत्र में स्थापित यह शैक्षिक संस्थान क्षेत्र के सम्मानित,राजनीतिज्ञों, समाजसेंवियों,पत्रकार बन्धुओं एंव प्रशासनिक अधिकारियों से गम्भीर सहयोग की अपेक्षा रखता है।